डोगरी व्याकरण ते संवाद कौशल


जम्मू कश्मीर कला,संस्कृति एवं भाषा अकैडमी में सहायक संपादक, हिन्दी, डोगरी पंजाबी एवं अंग्रेजी भाषाओं के ज्ञाता यशपाल निर्मल जी सदा साहित्य की सेवा में संलग्न रहने वाले व्यक्ति हैं। आपकी पुस्तकें हिन्दी, भोजपुरी, अंग्रेजी, बांग्ला, तेलगु, ओड़िया, पंजाबी, उर्दू, मराठी, कुमाऊनी, मगही, असमिया, और गुजराती आदि में अनूदित हो चुकी हैं। ‘डोगरी व्याकरण ते संवाद कौशल’ आपकी एक महत्त्वपूर्ण पुस्तक है। यह डोगरी के छात्रों के लिए सम्पूर्ण मार्गदर्शक सिद्ध होगी। पुस्तक प्रेस में है।

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