KAHI-ANKAHI KHWAHISHEN
बिहार के भोजपुर जिला में जन्मीं तथा थलसेना में कार्यरत पिता के साथ भारत के कई राज्यों से अपनी शिक्षा संपन्न करनेवाली शोभा मिश्रा जी दिल से कवयित्री व विद्यार्थी तथा पेशे से एक शिक्षिका हैं। अपनी कल्पना और भावनाओं को छोटी-छोटी पंक्तियों में उतारने के सफ़र में सृजित कविताओं और कहानियों का संकलन अब ‘कही-अनकही ख़्वाहिशें’ के रूप में साहित्य-प्रेमियों के समक्ष आने को तैयार है। आज उनकी प्रथम पुस्तक ‘कही-अनकही ख़्वाहिशें’ आपके सामने प्रस्तुत किया जा रहा है।